ITI Fitter

आईटीआई में फिटर कोर्स क्या होता है फिटर एक कोडिंग स्ट्रक्चरल फ्रेमवर्क वोकेशनल ट्रेड है। फिटर कोर्स की अवधि दो वर्ष है जिसमें प्रत्येक छह महीने के चार सेमेस्टर के साथ है। ऐसे कई चीजें / पहलू हैं जो छात्र पाठ्यक्रम के दौरान सीखते हैं जैसे कि मशीन, यंत्रो, आदि के पुरजे/पार्ट को बनाने के वाले, फिटिंग करने के लिए, एवं उसको तैयार करने वाले व्यक्ती को फिटर कहा जाता है। फिटर को आम तौर पर मेटल पर वर्क करना होता है।

फिटर का पूरा नाम

F

Fitness

शारीरिक रूप से सुदृढ़

I

Intelligent

मानशिक रूप से बुद्धिमान

T

Talented

कार्य सीखने की योग्यता

T

Target

लक्ष्य को पाने का इक्छुक

E

Efficient

कार्य करने में कुशल

R

Regularity

नियमितता

 

फिटर के लिए शैक्षिक योग्यता

उम्मीदवारों को 10 वीं कक्षा में विज्ञान और गणित के साथ शिक्षा की 10 + 2 या इसके समकक्ष किसी मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्ड से उत्तीर्ण होना चाहिए।

आईटीआई फिटर कोर्स / सिलेबस डिटेल्स

जी हाँ आईटीआई फिटर में प्रवेश लेने से पूर्व हमे इस बात की जानकारी होनी चाहिए की आईटीआई फिटर जो हम करने जा रहे है उसमें कौन कौन से विषय होंगे| तो हम आपको बता देते है की आईटीआई फिटर में कुल 5 विषय है -

  • फिटर ट्रेड थ्योरी 
  • फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल 
  • वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस 
  • इंजीनियरिंग ड्राइंग 
  • एम्प्लोयाबिलिटी स्किल 

फिटर ट्रेड थ्योरी - इस सब्जेक्ट में आपको फिटर से सम्बन्धित सभी कार्यों की थ्योरी के रूप में लिखा जाता है जिसमें सभी मशीनों तथा उपकरणों की जानकारी सिध्दांत तथा उपयोग जैसे बाते लिखी जाती है | साथ ही मशीनों तथा उपकरणों में उपयोग होनी वाली धातुओं तथा उनसे जुड़े कारण भी इसी विषय में पढने को मिलते है |

फिटर ट्रेड प्रैक्टिकल  - इस सब्जेक्ट के अंतर्गत आपको एक फिटर से सम्बन्धित सभी कार्य जैसे कटिंग, फिटिंग, नट - बोल्ट बनाना , शाफ़्ट बनाना, या अन्य कोई जॉब बनाना जैसे कार्य सिखाये जाते है | इसी के अंतर्गत आप वेल्डिंग करना, तथा लेथ मशीन पर कार्य करना तथा लेथ का पूर्ण उपयोग करना जैसे कार्य सिख सकते है |

वर्कशॉप कैलकुलेशन एंड साइंस  - इस विषय आपको 10 वीं लेवल की गणीत पढाई जाती है | इसका उद्देश्य आपके ट्रेड प्रैक्टिकल में होने वाले मापन की क्रिया को तेजी से पढना तथा हल करना होता है | किसी जॉब की लम्बाई, चौडाई, ऊँचाई, गोलाई तथा मोटाई जैसे मापन को आसान बनाने के लिए आपको इस गणीत विषय की जानकारी होना जरुरी है | 

इंजीनियरिंग ड्राइंग  - यह एक प्रकार की भाषा होती है जिसे इंजिनियर द्वारा उपयोग किया जाता है | किसी भी प्रकार के जॉब, मशिन या उपकरण के निर्माण से पूर्व उन सभी का एक डायग्राम बनाया जाता है | जिसे बनाने के लिए इंजीनियरिंग ड्राइंग विषय की जानकारी होना आवश्यक है | 

एम्प्लोयाबिलिटी स्किल - इस सब्जेक्ट में आप कुछ बेसिक कंप्यूटर की जानकारी, जनरल इंग्लिश तथा औद्योगिक एवं व्यवसायिक नियमों को पढ़ते है | साथ ही यह सब्जेक्ट हम कार्य करने के तरीके, जॉब तथा इंटरव्यू जैसे विषय पर भी ज्ञान प्रदान करता है | 

 

ITI फिटर कोर्स कितने साल का होता है

ITI फिटर कोर्स 2 साल का होता है। जिसमे 6 महीने के 4 सेमेस्टर होते है। फिटर में theory के साथ साथ प्रैक्टिकल भी पढाया जाता है, जिसमे ज्यादा तौर पर प्रैक्टिकल पर जोर दिया जाता है। जब छात्र परीक्षा को पास करते है तो ही कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को ITI की डिग्री मिलती है।

 

ITI फिटर पूरा करने के बाद क्या करे

फिटर कोर्स को पूरा करने के बाद छात्रों को अप्रेंटिसशिप करनी होती है, जो 1 year के लिए कर सकते है।अप्रेंटिसशिप किसी कंपनी में कर सकते है। अप्रेंटिसशिप के दौरान भी छात्रों को सैलरी भी मिलती है। अप्रेंटिसशिप पूरा होने के बाद किसी भी कंपनी में जॉब कर सकते है और अपना भविष्य बना सकते है।

 

ITI फिटर नौकरी के प्रकार

  • वेल्डर-फिटर
  • पाइप फैब्रिकेटर
  • यांत्रिक फिटर
  • तकनीकी सहायक / तकनीशियन
  • यंत्र रखरखाव फिटर
  • खराद मशीन ऑपरेटर

 

ITI फिटर कोर्स लाभ

  • फिटर पास करने के बाद छात्र आगे उच्च डिप्लोमा / बैचलर डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए प्रयास कर सकते हैं, जिससे उनकी क्षमताओं में सुधार होता है।
  • वे व्यवसायों और उत्पादन के व्यवसायों की खोज कर सकते हैं।
  • मशीनरी पर मशीनरी ऑपरेशन कर स्लाइड, स्टड, नट, बोल्ट इत्यादि की भी डिज़ाइन कर सकते है।
  • फिटर से आप ऑफिस में अपना खुद का काम शुरू कर सकते हैं।
  • इससे आप प्राइवेट या govt. जॉब दोनों कर सकते है।
  • इससे आपको अच्छी सैलेरी मिलेगी।